CISF Raising Day 2024: Celebrating, क्यो है? CISF का जश्न मान्यता का दिन
हमारा देश हर साल 10 मार्च को, CISF Raising Day मनाता है. जिसका पूरा नाम भारत केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल है । इस वर्ष CISF की स्थापना का 55वा उत्सव मनाया जाएगा ,CISF Raising Day 2024 देश के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की सुरक्षा और सार्वजनिक सुरक्षा के लिए कुछ नए कदम भी उठाएगा ।
CISF बल: के स्थापना की अवश्यकता –
CISF बल की स्थापना 1960 के अंत में शुरू होती है। जैसा कि भारत के औद्योगिक क्षेत्र में बहुत तेजी से तरक्की हुए है, तो इसी क्षेत्र की सुरक्षा को ध्यान मे रखते हुए । सन 1969 में, भारत की संसद ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) की स्थापना की। और यदि हम इसके स्थापना के शुरुआती दौर की बात करे तो इसमे सिर्फ 2,800 लोग ही काम करने वाले थे । फिर भी CISF बल ने सरकारी उपक्रमों और प्रमुख औद्योगिक प्रतिष्ठानों को सुरक्षा देने का असंभव कार्ये किया ।
CISF मे बहुत तेज परिवर्तन-
इन कुछ वर्षों में, CISF मे बहुत तेज परिवर्तन से गुजरा है. अगर औद्योगिक सुरक्षा पर शुरुआती दौर के मुक़ाबले अब काफी तरक्की पर है ।वर्तमान मे केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल भारत के आंतरिक सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण भाग है । इसी प्रकार केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल , औद्योगिक सुरक्षा की नीव बनाकर खड़ा है ।
जिनको हम एक -एक करके आगे समझ सकते है
CISF बल के सुरक्षा स्थान :
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल हवाई अड्डों, बंदरगाहों, बिजली संयंत्रों और परमाणु सुविधाओं जेसी महत्वपूर्ण संस्थानो की सुरक्षा करता है –
- महत्वपूर्ण सरकारी इमारतों और लाभकारी परियोजनाओं की सुरक्षा करना ।
- महत्वपूर्ण व्यक्तियों और VIP लोगो को अच्छी सुरक्षा प्रदान करना।
- महत्वपूर्ण संग्रहालयों, महत्वपूर्ण विरासत स्थानो और साथ ही मेट्रो रेल नेटवर्क जैसे महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थानों पर कानून व्यवस्था बनाए रखना और साथ ही ध्यान रखना की कोई नियम टूटे ना ।
हमारे देश मे केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की वृद्धि रणनीतिक ओर कठिन नियमो के साथ कठिन प्रशिक्षण के साथ हुए हुई है । जिनके बिन्दु निम्न है –
- हथियार संभालना और मुकाबला करने का कौशल ।
- अग्निशमन और विपदा से निपटारा ।
- अभिगम नियंत्रण और सुरक्षा की प्रक्रिया।
- VIP सुरक्षा प्रोटोकॉल।
- बॉम्ब का पता लगाकर उससे केसे निपटा जाए ।
यह सभी कौशल केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल को खतरों निपटने ओर उनका मुक़ाबला करना सिखाता है ।
CISF की बल वीरता और बलिदान :
CISF बल को वीरता और बलिदान से चिन्हित कर सकते है।यह बल ने आतंकवादी हमलों से निपटना, नागरिकों की सुरक्षा , अपराधियो को पकड़ने जेसे कई असंभव कार्ये किए है । केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल मे सेवा दे रहे कर्मचारियो को कई बड़े बड़े खतरो का सामना करना पड़ता है, कइयो ने सेवा देते देते अपने प्राणो का बलिदान दिया है। देश को ऐसे वीरों की यादों को संभाल कर रखना चाइए ओर सम्मान देना चाइए। जिनकी वीरता और समर्पण केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल पीड़ी को प्रेरणा देती है ।
CISF का जश्न: मान्यता का दिन
CISF Raising Day इस बल के द्वारा किए गए महत्वपूर्ण कार्यो ओर की गई सुरक्षा की याद मे ये जश्न मनाया जाता है। इस दिन यह बल परेड, झंडा फहराने वाले समारोह और पुरस्कार प्रस्तुतियाँ देकर मानता है। ये समारोह सभी केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल कर्मियों के मनोबल को बड़वा देता है ।
CISF: राष्ट्रीय सुरक्षा का एक स्तंभ
हमारे देश मे CISF (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) देश की सुरक्षा और वास्तुकला में एक अद्वितीय स्थान रखता है।यह बल अपने कर्तव्य और अनुकूलनशीलता के प्रति अपनी अटूट नियमो के साथ- साथ केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ने राष्ट्र का विश्वास और सम्मान हासिल किया है। जैसा की भारत हर वर्ष मार्च मे ऐसा करता है ।
CISF बल : की कहानी प्रशंसनिए
हमारे देश मे केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की कहानी प्रशंसनिए और अटूट विश्वास तथा समर्पण में से एक है। अपनी धीमी शुरुआत से लेकर बहुत तेजी से इतनी तरक्की हासिल कर लेना अपने आप मे एक बहुत बड़ी बात है । देश मे CISF बल लगातार सुरक्षा की चुनौतियों का सामना करते हुए आगे बड़ा है ।
CISF Raising Day 2024 राष्ट्रीय सुरक्षा मे अमूल्ये योगदान देता है ,क्यूकी यह जश्न मनाने पर कर्मियों को प्रेरणा और साथ ही बड़ावा भी मिलता है । यह सेना भारत के महिलाओ और पुरुषो दोनों को सेवा देना का मौका देती है ।
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